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સંસ્કૃત (ગુજરાતી લીપી)
Sanskṛuta (Transliteration)
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Gujarātī (Transliteration)
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॥ શ્રી સ્વામિનારાયણો વિજયતે ॥
॥ સત્સંગદીક્ષા ॥
SHASTRIJI/GUNATIT CHALLENGE |
ग्राहमुक्तौ
ગ્રાહમુક્તૌ
Grāha-muktau
ગ્રહણની મુક્તિ થયે
Grahaṇnī mukti thaye
When the eclipse is over,
ग्रहण की मुक्ति होने पर सभी जन सवस्त्र स्नान करें। त्यागाश्रमी भगवान की पूजा करें तथा गृहस्थ दान करें। (२६६)
ग्रहण सुटल्यावर सर्वांनी सचैल स्नान करावे. त्यागींनी भगवंतांची पूजा करावी आणि गृहस्थांनी दान करावे. (266)
जन्मनो मरण
જન્મનો મરણ
Janmano maraṇa
જન્મ-મરણની સૂતક
Janma-maraṇnī sūtak
One should perform rituals related to
जन्म-मरण की सूतक-मृतक विधियों तथा श्राद्ध आदि विधियों का सत्संग की रीति† के अनुसार पालन करें। (२६७)
†विशेष जानकारी के लिए परिशिष्ट देखें।
जन्म-मरणाचे सोयरसुतक तथा श्राद्ध आदिक विधी सत्संगाच्या रीती अनुसरून पाळावे. (267)
प्रायश्चित्त
પ્રાયશ્ચિત્ત
Prāyash-chittam
કોઈ અયોગ્ય આચરણ
Koī ayogya ācharaṇ
If one has acted immorally,
किसी अयोग्य आचरण के हो जाने पर भगवान को प्रसन्न करने के लिए शुद्ध भाव से प्रायश्चित्त करें। (२६८)
काही अयोग्य आचरण झाल्यास भगवंतांना प्रसन्न करण्यासाठी शुद्धभावाने प्रायश्चित्त घ्यावे. (268)
आपत्काले तु
આપત્કાલે તુ
Āpat-kāle tu
આપત્કાળમાં જ આપદ્ધર્મ
Āpatkāḷmā ja āpaddharma
One should follow the rules described for emergencies
आपत्काल में ही आपद्धर्म का आचरण करें। अल्प आपत्ति को बड़ी आपत्ति मानकर धर्म का त्याग न करें। (२६९)
आपत्काळीच आपद्धर्म पाळावेत. छोट्या आपत्तीला मोठी आपत्ती मानून धर्माचा त्याग करू नये. (269)
आपत्तौ कष्टदायां
આપત્તૌ કષ્ટદાયાં
Āpattau kaṣhṭa-dāyām
કષ્ટ આપે તેવી આપત્તિ
Kaṣhṭ āpe tevī āpatti
When agonizing calamities
कष्टदायक आपत्ति के अवसर पर भगवान के बल से जिस प्रकार अपनी और अन्य की रक्षा हो, वैसा आचरण करें। (२७०)
कष्टदायक आपत्ती आल्यास भगवद्बलाने ज्या प्रकारे स्वतःचे व दुसऱ्यांचे रक्षण होईल असे करावे. (270)