कीर्तन मुक्तावली
हो में तो तेरे कारने बेरागन होई जीवन रे
2-1146: सद्गुरु प्रेमानंद स्वामी
पद - ३
हो में तो तेरे कारने बेरागन होई जीवन रे,
निसदीन जीवुंगी जोई जीवन रे, टेक.
जब नहीं देखुं तोये श्याम सुंदरवर, तबतो मरुंगी में रोई जीवन रे... में तो. १
कफनी फारी गले बीच डारके, जीवत डारुंगी खोई जीवन रे... में तो. २
तुम बिना प्रानजीवन मोरे जीयकी, ओर न जानत कोई जीवन रे...में तो. ३
प्रेमसखी कहे होउंगी दीवानी, तेरे चरनोमे चित्त प्रोई जीवन रे... में तो. ४
Ho me to tere kārane berāgan hoī jīvan re
2-1146: Sadguru Premanand Swami
Pad - 3
Ho me to tere kārane berāgan hoī jīvan re,
Nis-dīn jīvungī joī jīvan re, ṭek.
Jab nahī dekhu toye shyām sundar-var, tabato marungī me roī jīvan re... me to. 1
Kafanī fārī gale bīch ḍārake, jīvat ḍārungī khoī jīvan re... me to. 2
Tum binā prān-jīvan more jīyakī, or na jānat koī jīvan re...me to. 3
Premsakhī kahe houngī dīvānī, tere charanome chitta proī jīvan re... me to. 4