कीर्तन मुक्तावली
हो पिया पाया तो फिर क्या सोना रे
1-637: सद्गुरु मुक्तानंद स्वामी
पद - १
हो पिया पाया तो फिर क्या सोना रे... ꠶टेक
पिया पाया जब सार सबन को, हाड चाम क्या जोना रे... पिया꠶ १
बख्तर पहेर के रणमें निकसे, नरम गरम क्या होना रे... पिया꠶ २
मगन भये मनमोहन संगे, मगन होय क्या रोना रे... पिया꠶ ३
मुक्तानंद मोह सब तजके, श्याम चरन चित्त प्रोना रे... पिया꠶ ४
Ho piyā pāyā to fir kyā sonā re
1-637: Sadguru Muktanand Swami
Pad - 1
Ho piyā pāyā to fir kyā sonā re...
Piyā pāyā jab sār saban ko,
hāḍ chām kyā jonā re piyā... 1
Bakhtar paher ke raṇme nikse,
naram garam kyā honā re piyā... 2
Magan bhaye manmohan sange,
magan hoy kyā ronā re piyā... 3
Muktānand moh sab tajke,
Shyām charan chitt pronā re piyā... 4