कीर्तन मुक्तावली
मत कीजो अभिमान जगमें
1-520: सद्गुरु ब्रह्मानंद स्वामी
मत कीजो अभिमान जगमें... ꠶टेक
पेट अरथ कौ पाप न कीजे,
दो दिन के मिजबान... जगमें꠶ १
बाजत शिरपर काल ददामां,
सुनता नहिं अजान... जगमें꠶ २
पल छन घडी प्रहर दिन कर के,
लेत है आयुष तान... जगमें꠶ ३
ब्रह्मानंद कहत है साची,
धरी लीजो निज कान... जगमें꠶ ४
Mat kījo abhimān jagme
1-520: Sadguru Brahmanand Swami
Mat kījo abhimān jagme...
Peṭ arth kāu pāp na kīje,
Do din ke mijbān... jagme 1
Bājat shirpar kāḷ dadāmā,
Suntā nahi ajān... jagme 2
Pal chhan ghaḍī prahar din kar ke,
Let hai āyush tān... jagme 3
Brahmānand kahat hai sāchī,
Dharī lījo nij kān... jagme 4